भ्रमर का दर्द और दर्पण उनकी लिखने में भरा पढ़ा है .......
ख्वाबों का तसव्वुफ़ इनका अपना ब्लॉग है जो वर्ष २००९ से इंटरनेट की दुनिया में धूम मचा रहा है , प्यार दो प्यार लो के संदेश देने वाले भ्रमर जी जो भी लिखते हैं दिल से लिखते हैं और इसीलियें वर्तमान में समाज में बिखरे पढ़े माहोल पर इन्होने खूब कलम उठायी है और अपने ब्लॉग जेसा नाम है ख्वाबों के तसव्वुफ़ पर खूब दाद लुटी है , भ्रमर का दर्द और दर्पण इनकी अपनी फलसफे वाली रचना है और हंस को कोआ बना डालते हैं रचना तो इनकी खूब पढ़ी जा रही है ........................... अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
अरे ये हैं सुरेन्द्र जी ......?
जवाब देंहटाएंसुरेन्द्र जी आपने अब तक तस्वीर क्यों नहीं लगाई ब्लॉग में ....
तस्वीर देख कर तो मैंने सोचा मैं इन्हें जानती ही नहीं ...
जब ब्लॉग खोला तो लगा गलत खोल लिया है ....
बाद में याद आया ये तो वही सुरेन्द्र मुल्हिद हैं .....