राहुल गांधी की गिरफ़्तारी पर हंगामा
देश में लोकसभा और विधानसभा के चलते किसी कोंग्रेसी या भाजपाई ने मायावती सरकार द्वारा किसानों की जमीन सस्ते में हडपने का मामला नहीं उठाया अब अचानक जब किसानों ने इस मामले को खुद अपने हाथ में ले लिया वहा हिंसा भड़क गयी तब कोंग्रेस और भाजपा सडक पर उतरी है खुद राहुल गाँधी भी अब इस थोथी राजनीति पर विशवास करने लगे हैं और उनकी गिरफ्तारी भी शायद इसीलियें करना पढ़ी है .
राहुल गाँधी जो देश में राष्ट्रीय महासचिव है और कोंग्रेस के सिरमोर हैं उनसे भला किसी को भी शान्ति भंग का केसा खतरा हो सकता है लेकिन उत्तरप्रदेश सरकार ने उन्हें गिरफ्तार किया और फिर छोड़ दिया अब देश भर में कोंग्रेसी हल्ला मचा रहे है और कोंग्रेस के लोग मायावती के पुतले जला आरहे हैं कोंग्रेसियों को किसान पिटे .पुलिसवाले मरे ,किसानों की जमीन लुट ली गयी उसकी फ़िक्र नहीं लेकिन उनके नेता को पकड़ा तो सडकों पर आ गये और वोह भी एक सिमित मांग लेकर के राहुल जी को क्यूँ पकड़ा अगर देश के कोंग्रेसी सच में जनता के हितेषी है तो उन्हें इस मामले में केंद्र सरकार जहां कोंग्रेस सरकार बेठी है उससे दखल दिलवाना चाहिए ...अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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