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08 मई, 2011

जिंदगी हंस कर गुजारो यार

यह जिंदगी 
बड़ी ज़ालिम है यार 
इसे रोकर 
क्यूँ गुजारते हो ..
जब गुजारना ही है 
इस जिंदगी को 
तो बस 
हंस कर गुज़रो यार ...........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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